मेरे प्यारे मित्रो आज में आपको अल्मोड़ा जिले के कुछ प्रमुख फलो से वाकिफ कराना चाहूँगा।
जब ऊंचे-नीचे पथरीले रास्तों पर दौड़ लगाते हुए हम काफल, हिसालू और किलमोड़ी खाने रुक जाते थे।
अल्मोड़ा की धरती में विभिन्न प्रकार के पेड़, पौधे, फल, फूल व वनस्पतियां हैं। सभी का अपना-अपना महत्व है। उनमें से कुछ ख़ास जितनी भी प्रजातिया मैंने देखी है आपके सम्मुख प्रस्तुत कर रहा हूँ।
पूलम ( आलू बुखारा ) ( PLUM ) - प्लम आड़ू, चेरी, बादाम एक ही जाति में आतें हैं। शरीर को तरोताजा रखने के लियें यह फल बहुत उपयोगी है । अन्य फल फसलो की तरह अधिकांशतया ठन्डे इलाको में
इसकी पैदावार ज्यादा होती है। प्लम का पेड़ 5m से ७m तक बढ़ता है. यह ऊचा हरा भरा रहता है , इसमें सफेद फूल खिलें रहते है, है मधुमक्खियों अपना छत्ता भी अक्सर इस पेड़ में बनाया करती है और शरद ऋतु आने पर यह अपने पत्ते खो देता है। कार्बोहाईड्रेट और विटामिन C की प्रचुर मात्रा इसमें पायी जाती है।
आडू (Aadu, Peach) - आड़ू को सतालू और पीच नाम से जानते हैं। आड़ू के ताजे फल खाए जाते हैं तथा इन फलों से जैम, जेली और चटनी बनाई जाती है।आड़ू स्वाद में मीठा और हल्का खटटा एवं रसीला फल है। इसका रंग भूरा और लालीमा लिए पीला होता है।
आडू़ पौष्टिक तत्वों से युक्त आड़ू में जल की प्रचुर मात्रा होती है। इसमें लौह तत्व और पोटैशियम अधिक मात्रा में होता है। विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर,फोलेट, तत्व होते हैं। इसके अलावा आड़ू में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। जैसे विटामिन सी, केरेटोनोइड्स, बाइलेवोनोइड्स और फाइटोकैमिकल्स, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं।
फलों को आहार में लेना स्वस्थ्य के लिए उत्तम होता है। फलों का जूस प्यास बुझाने के साथ-साथ शरीर के लिए लाभदायक होता है। रोजाना ताजे फलों का जूस पीने से सेहत अच्छी रहती है.ऐसा ही फल आडू़ है। इसके जूस में मौजूद विटामिन, खनिज और एंजाइम्स बीमारियों से लड़ने और शरीर को चुस्त रखने में महत्वपूर्ण योगदान निभाते हैं।
आडू़ का नियमित सेवन करने से कब्ज दूर होती है। आड़ू खाने से खून साफ होता है तथा त्वचा में निखार आता है। यह हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके सेवन से काया निरोगी बनती है।
खुमानी ( Apricot ) - खुबानी के लिए चीन से मूल रूप से माना जाता है। फल यूरोप में अमेरिका द्वारा पेश किया गया था। खुबानी शहद की तरह एक स्वादिष्ट फल है, आदर्श खूबानी को थोड़ा बनावट में नरम किया जाना चाहिए. एक यह एक बंद कागज की थैली में रखकर फल पकाना और यह कमरे के तापमान पर छोड़ सकते हैं.
नाशपाती ( पार ) -
गड़म्योह -
सेव ( Apple ) -
अंगूर ( Grape ) -
किलमोड़ी -
हिसालू -
म्योह -
बेडू -
काकू ( Cherry Tomato ) -
काफल -
जामुन -
आम -
पहाड़ी केले -
बेल -
गन्ना -
चूख (बड़ा नींबू- Citrus Lirmon ) -
नींबू जँभीरा (जामिर- Citrus Sinensis ) -
माल्टा (Citrus Hystrix ) -
संतरा (Citrus Reticulata ) -
दाड़िम (Punica Granatum ) -
काफल श्वास, बुखार व पेचिस
बेल पाचन, कैंसर व हृदयरोग
किनगोर पेट, त्वचा संबंधी बीमारियां
सेमल कटने पर उपचार
लिंगड़ा पीलिया
दैय्या जलने में कारगर
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